Manifesto
- देश के सबसे साफ-सुथरे महानगर में पर्यावरण की स्तिथि बहुत ख़राब है। करीब 32 लाख की जनसंख्या पर मात्रा 85000 पेड़ है। यह अनुपात भविस्य के प्रति आशंकित कर रहा है।
- इंदौर महानगर पेयजल के लिए माँ नर्मदा जी के जल पर पूर्णत: निर्भर है। इस प्रोजेक्ट का तृतीया सरण आने के बाद, इस प्रोजेक्ट को सालने की कीमत बहुत ज्यादा आती है। अतः हमें इंदौर महानगर मैं तालाबों / पुराने कुँओं, बावड़ियों का नए सिरे संसाधन करना होगा। साथ ही भूजल के अत्यधिक दोहन को भी बन्द करना होगा।
- बच्चों के लिए बगीचों एवं खेल के मैदानों की कमी है। इसे भी दूर करना होगा।
- वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा एवं सम्मान की रक्षा करना जरुरी है। साथ ही वृद्ध आश्रमों की संख्या कम हो, इस दिशा मैं भी कार्य करना होगा।
- ट्रैफिक मैं हमारी स्थिति चिंताजनक है। इस पहलु को गम्भीरता पूर्वक हल करना होगा।
- बन्द कपड़ा मिलों की खाली पड़ी जमीनों के उपयोग का हल खोजना और मिल मजदूरों को तत्काल उनका बकाया भुगतान करवाना, हमारी प्राथमिकता मैं शामिल है।
- फुटपाथ पर व्यापार करने वाले एवं ठेले पर काम करने वालों के लिए उचित निति बनाना।
- अवैध कॉलोनियो के निराकरण के लिए दीर्घकालीन निति बनाना और खरीददारों को न्याय दिलवाना।
- अवैध कोलोनी के नियमितकरण में तेजी लाकर मूलभूत सुबिधाओं की व्यवस्था करना।
- महिला स्वसहायता समूहों के लिए न्यूनतम दरों पर मिक्रोफिनांस की व्यवस्था।